भारत-यूएई वर्चुअल शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्घाटन भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने शुक्रवार 18 फरवरी 2022  को वर्चुअल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे संबंधों को मजबूत करने में आपकी व्यक्तिगत भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है।
कोविड की चुनौतियों के बावजूद Expo 2020 का आयोजन बहुत शानदार रहा। दुर्भाग्यवश मैं Expo में भाग लेने के लिए U.A.E. नहीं आ पाया, और हमारी रु-ब-रु मुलाक़ात भी बहुत समय से नहीं हो पायी।लेकिन आज की हमारी virtual summit यह दिखाती है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद, हमारे मित्रतापूर्ण संबंध निरंतर नयी ऊँचाइयों तक पहुँच रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारे संबंधों को मजबूत करने में आपकी व्यक्तिगत भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। कोविड महामारी के दौरान भी आपने जिस तरह U.A.E. के भारतीय समुदाय का ध्यान रखा है, उस के लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा। हम हाल में U.A.E. में हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं। भारत और U.A.E. आतंकवाद के विरुद्ध कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।हम दोनों देशों के लिए यह वर्ष विशेष मायने रखता है। आप U.A.E. की स्थापना की 50वीं जयंती मना रहे हैं। और आपने U.A.E. के अगले 50 वर्षों का विजन भी निर्धारित किया है। हम इस वर्ष अपनी आज़ादी के 75 वर्षों का उत्सव मना रहे हैं। और हमने आने वाले 25 सालों के लिए महत्वकांक्षी लक्ष्य तय किये है।दोनों देशों के फ्यूचर विजन में काफी समानता है।

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मुझे बहुत प्रसन्नता है कि हमारे दोनों देश आज Comprehensive Economic Partnership Agreement पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। यह उल्लेखनीय है कि इतने महत्वपूर्ण समझौते पर हम तीन महीने से भी कम समय में बातचीत संपन्न कर पाए। सामान्य तौर पर इस प्रकार के समझौते के लिए वर्षों लग जाते हैं। यह समझौता दोनों देशों की गहरी मित्रता, साझा दृष्टिकोण और विश्वास को दर्शाता है। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे आर्थिक संबंधों में एक नया युग आरम्भ होगा। और हमारा व्यापार अगले पांच वर्षों में 60 बिलियन डॉलर से बढ़कर 100 बिलियन डॉलर तक पहुँच जाएगा।

व्यापार, निवेश, ऊर्जा और people-to-people संपर्क हमारे सहयोग के स्तंभ रहे हैं। साथ ही, कई नए क्षेत्रों में भी हमारा सहयोग बढ़ने की संभावनाएं हैं। हमारे बीच Food Corridors पर नया M.O.U. बहुत अच्छी पहल है। हम फ़ूड प्रोसेसिंग तथा लॉजिस्टिक्स sectors में U.A.E. के निवेश का स्वागत करते हैं। इससे भारत U.A.E. की खाद्य सुरक्षा के लिए एक विश्वस्त partner बनेगा। भारत ने स्टार्टअप्स के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। पिछले वर्ष भारत में 44 यूनिकॉर्न्स उभरे हैं। हम joint-incubation और joint-financing के माध्यम से दोनों देशों में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन दे सकते हैं। इसी प्रकार, हमारे लोगों के कौशल विकास के लिए हम आधुनिक Institutions of Excellence, इस पर भी सहयोग कर सकते हैं।

पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल की सफल U.A.E. यात्रा के बाद, कई अमिराती कंपनियों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश करने में रूचि दिखाई है। हम U.A.E. द्वारा जम्मू-कश्मीर में Logistics, healthcare, hospitality समेत सभी sectors में निवेश का स्वागत करते हैं। और आपकी कंपनियों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएँगे।

अगले वर्ष भारत G-20 समिट का आयोजन करेगा, और UAE Cop-28 का। Climate का मुद्दा वैश्विक पटल पर निरंतर महत्वपूर्ण होता जा रहा है। इस agenda को shape करने में हम आपसी सहयोग बढ़ा सकते हैं। हम दोनों ही देश समान विचारधारा वाले partners के साथ काम करने के बारे में भी सकारात्मक रवैया रखते हैं। मुझे विश्वास है कि ”भारत-U.A.E.-इजराइल-USA” , यह समुह हमारे सामूहिक लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगा, विशेष रूप से टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और फाइनेंस के क्षेत्रों में ।

Documentary film .

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