Diwali 2022: 27 साल बाद एक साथ मनाई जाएगी छोटी और बड़ी दिवाली जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त एवं कथा

Diwali 2022:27 सालों बाद इस साल छोटी बड़ी दीपावली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस बार विशेष संयोग है, जब नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली एक साथ मनाई जाएगी। वैसे तो दीपोत्सव का ये पर्व पूरे पांच दिनों तक चलता है। दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है, उसके बाद छोटी दिवाली और फिर अगले दिन बड़ी दिवाली मनाई जाती है। लेकिन इस बार तीनों ही त्योहारों की तारीखों को लेकर कन्फ्यूजन है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार धनतेरस के अगले ही दिन बड़ी दिवाली पड़ रही है। इस साल धनतेरस 23 अक्टूबर को है। इसके बाद छोटी और बड़ी दिवाली 24 अक्टूबर को। यानी साल 2022 में छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली पर्व एक साथ मनाया जाएगा। इस बार धनतेरस के अगले ही दिन ही बड़ी दिवाली क्यों पड़ रही है?

धनतेरस 2022

कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 22 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 02 मिनट से हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 23 अक्टूबर शाम 6 बजकर 03 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 23 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा।
छोटी दिवाली 2022
इसके बाद 23 अक्टूबर को ही शाम 6 बजकर 04 मिनट से ही चतुर्दशी तिथि की शुरुआत हो जा रही है, जिसका अगले दिन 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर समापन होगा। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर 24 अक्टूबर को छोटी दिवाली यानी नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा।

Diwali 2022 दिवाली

फिर 24 अक्टूबर को ही शाम 05 बजकर 28 मिनट से अमावस्या तिथि लग जा रही है, जो 25 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। वहीं 25 अक्टूबर को शाम में यानी प्रदोष काल लगने से पहले ही अमावस्या समाप्त हो जा रही है। ऐसे में दिवाली का पर्व इस दिन नहीं मनाया जाएगा, बल्कि 24 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा।

नरक चतुर्दशी 2022 शुभ मुहूर्त

कार्तिक दिवाली स्नान मुहूर्त- 24 अक्टूबर को सुबह 05 बजकर 08 मिनट से सुबह 06 बजकर 31 मिनट तक
अवधि – 01 घंटा 23 मिनट

काली चौदस 2022 शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर काली चौदस भी मनाई जाती है। इसमें मध्यरात्रि में मां काली की पूजा की जाती है। काली पूजा रात में होती है ऐसे में 23 अक्टूबर को काली चौदस की पूजा की जाएगी।
काली चौदस मुहूर्त – 23 अक्टूबर 2022, रात 11 बजकर 42 मिनट से 24 अक्टूबर को रात में 12 बजकर 33 मिनट तक।

Diwali 2022: दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त

लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 53 मिनट से रात 08 बजकर 16 मिनट तक अपने घरों में दिपक जला सकते हैं
इस दिन पूरा देश दीये को रोशनी से जगमगा उठता है। हिंदू धर्म में दिवाली को सुख समृद्धि प्रदान करने वाला त्योहार माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी अपने भक्तों के घर पर पधारती हैं और उन्हें धन-धान्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। साथ ही कहा जाता है कि दिवाली के दिन ही प्रभु श्रीराम लंकापति रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे। 14 वर्ष का वनवास पूरा कर भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में भक्तों ने पूरे अयोध्या को दीयों की रोशनी से सजा दिया था। तभी से पूरे देश में दिवाली मनाई जाती है। इस दिन लोग दीपक जलाकर खुशियां मनाते हैं।

Diwali 2022: दिवाली पर लक्ष्मी-गणेश पूजन विधि

दिवाली पर शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी-गणेश की पूजा विधि पूर्वक की जाती है। पहले कलश को तिलक लगाकर पूजा आरम्भ करें। इसके बाद अपने हाथ में फूल और चावल लेकर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का ध्यान करें।
ध्यान के पश्चात भगवान श्रीगणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर फूल और अक्षत अर्पण करें।
फिर दोनों प्रतिमाओं को चौकी से उठाकर एक
थाली में रखें और दूध, दही, शहद, तुलसी और
गंगाजल के मिश्रण से स्नान कराएं। इसके बाद
स्वच्छ जल से स्नान कराकर वापस चौकी पर
विराजित कर दें।
स्नान कराने के उपरांत लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा
को टीका लगाएं। माता लक्ष्मी और गणेश जी को हार पहनाएं। इसके बाद लक्ष्मी गणेश जी के सामने बताशे, मिठाइयां फल, पैसे और सोने के आभूषण रखें। फिर पूरा परिवार मिलकर गणेश जी और लक्ष्मी माता की कथा सुनें और फिर मां लक्ष्मी की आरती उतारें।

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दिवाली पूजा के दौरान क्या करें?

दिवाली के दिन पूजा क्षेत्र को हमेशा उत्तर-पूर्व
दिशा में स्थापित करें और पूजा करते समय परिवार
के सभी सदस्यों को पूर्वउत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए। मुख्य पूजा का दीया देसी घी से भरें। दीयों की संख्या 11, 21, 51 रखें।
आप सभी भक्तों को दीपावली महोत्सव की बहुत-बहुत शुभकामनाएं

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आचार्य पंकज पुरोहित Ph-9868426723

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