राजगीर बिहार में घूमने लायक एक सुंदर जगह जो कश्मीर की तरह दिखता है

राजगीर

आमतौर पर घूमने के शौकीनों के लिस्ट में बिहार नहीं ही होता है। लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं बिहार में भी घूमने वाली एक ऐसी जगह है जहां आप जरूर जाना चाहोगे, इसे आप बिहार का कश्मीर भी कह सकते हैं| बस यहां अंतर इतना है कि बर्फ नहीं गिरती लेकिन ठंड और गर्मी भी बहुत पड़ती है| जी हाँ हम बात कर रहे हें बिहार में स्थित राजगीर की जो जिला नालंदा की अंतर्गत आता है|

राजगीर पटना से दक्षिण-पूर्वी दिशा में 60 कि. मी. की दूरी पर बसा है, जो चरों ओर से खूबसूरत नजारों से घिरा हुआ है। राजगीर सात पहाड़ियों छठगिरि, रत्नागिरी, शैलगिरि, सोनगिरि, उदयगिरि, वैभरगिरि और विपुलगिरि से घिरा हुआ है राजगीर का पुराना नाम राजगृह था इसका उल्लेख आपको प्राचीन ग्रंथों में भी मिलेगा, राजगीर में खूबसूरत पहाड़ियों और घने जंगलों के बीच बसा हैं यहां की सुंदर पहाड़ियाँ शीतल और ताजगी भरी हवाएं देश के ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटक खींचे चले आते हैं।

राजगीर का इतिहास

राजगीर अपने आप में अनेक धार्मिक, सामाजिक कहानियों को संजोए हुए है।राजगीर को राजगृह अर्थार्त राजाओं का निवास जो एक शाही शहर था। महाभारत के समय से 5 वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक मगध साम्राज्य की राजधानी के रूप में कार्य करता था। लेकिन मगध के राजा अजातशत्रु ने मगध की राजधानी को पाटलिपुत्र ( पटना) में स्थानांतरित किया था। यहीं पर गौतम बुद्ध ने गृधाकुटा (गिद्ध शिखर) के शिखर पर ध्यान करते हुए बिताया था। राजगीर हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म के मानने वालों के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है। यहाँ टूरिस्टों के लिए एक से बढ़कर एक दर्शनीय स्थल हैं, जिन्हें देखने के लिए लिहाजा देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी पर्यटक खींचे चले आते हैं।

 

राजगीर घूमने लायक जगह

वैसे तो राजगीर में घूमने के लिए कई जगह हैं जिनमें से कुछ जगह हम आपको बता रहे हैं|

1-सोन भंडार की गुफाएँ, 2–गर्म जलकुंड, 3-विश्व शांति स्तूप 4- जरासंध अखाड़ा और जेल, 5-घोड़ाकटोरा डैम,6-नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष 7-सफारी पार्क,

इन्हें भी पढ़ें-

Chopta Tungnath  Uttarakhand

कन्यादान न किया हो तो तुलसी विवाह करके ये पुण्य अर्जित करें,

कोटेश्वर महादेव गुफा रुद्रप्रयाग,Koteshwar Mahadev Cave

Skincare advantage of tea tree oil, टी ट्री ऑयल त्वचा की देखभाल करें

राजगीर नेचर सफारी

राजगीर में नेचर सफारी को देखने के लिए पर्यटक उत्साहित रहते हैं राजगीर में नेचर सफारी लगभग 500 हेक्टेयर में बनाया गया है नेचर सफारी पार्क के लिए सुबह से ही पर्यटकों की लंबी कतार लग जाती है। एक दिन में कुल 800 लोगों का प्रवेश दिया जा रहा है। नेचर सफारी घूमने वाले पर्यटकों के लिए वन विभाग की पॉल्यूशन मुक्त गाड़ी से सफारी के अंदर ले जाया जाता है। इसकी एंट्री फीस 50 रुपए है। नेचर सफारी पार्क घूमने के लिए पूरा 1 दिन चाहिए होता है इस पार्क के अंदर क्या-क्या है आप हमारी नीचे दी गई वीडियो को भी देख सकते हैं

 https://livecultureofindia.com/travel-blog/राजगीर-बिहार-में-घूमने-ला/

राजगीर महोत्सव (मेला)

राजगीर में प्रतिवर्ष अक्टूबर में मलमास महोत्सव का आयोजन होता है, इस महोत्सव (मेला) में जिसमें मगध के इतिहास की झलक गीत, संगीत और नृत्य के माध्यम से प्रख्यात कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की जाती है,इस दौरान ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी राजगीर महोत्सव (मेला) में देश विदेश के हज़ारों पर्यटक पहुँचते हैं। धार्मिक मान्यता है कि मलमास की अवधि में सभी देवी-देवता राजगीर आकर ही निवास करते हैं।यहाँ आने वाले लाखों श्रद्धालु पवित्र नदियों प्राची, सरस्वती और वैतरणी के अलावा गर्म जलकुंडों में नहाकर पूजापाठ करते हैं। कोविड-19 के चलते हुए पिछले साल इस महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया था,

राजगीर कैसे पहुँचें

राजगीर कभी भी यहाँ आ सकते हैं लेकिन नवंबर से लेकर फरवरी तक का महीना राजगीर यात्रा के लिए सबसे आछा समय माना जाता है।राजगीर रेल, सड़क और हवाई मार्ग से राजगीर कनेक्टेड है। नजदीकी हवाई अड्डा पटना है जो कि लगभग 90 कि.मी. दूर है। और रेलवे स्टेशन राजगीर में मौजूद है,

सुनील जमलोकी